राजिस्थान में फिर से हिजाब पर बवाल
अभी कर्नाटक के ज़िला उडूपी के कॉलेज के हिजाब मामले का फैसला भी नहीं आया है| इतने में फिर से राजस्थान के एक कॉलेज में पढ़ने वाली मुस्लिम छात्राओं के साथ हिजाब रुकावट बन कर सामने आया है| कॉलेज कमिटी या कॉलेज शिक्षकों में से किसी ने मुस्लिम छात्राओं को हिजाब में कॉलेज पहुंचे से रोक लगा रहा है,
मुस्लिम छात्राओं ने यह बात कहीं कि हम पहले से हिजाब पहनकर आ रहे हैं, हम पहली बार हिजाब पहनकर नहीं आए हैं पहले से हिजाब पर रोक नहीं थी अब हिजाब पर रोक क्यों लग रहा है छात्राओं ने यह भी कहा कि हम कॉलेज का ड्रेस हिजाब के तले पहन आएंगे,
बताते चलें कि जिसने मुस्लिम छात्राओं को हिजाब पहनकर आने से रोक रहा था, उसने मीडिया वाले से बात करते हुए बताया है कि यह कॉलेज 8 – 10 साल से चल रहा है और और मुस्लिम छात्रों पहले से ज्यादा हिजाब में आ रही है,
जबकि एडमिशन के वक्त एडमिशन इस शर्त पर लिया जाता है की कॉलेज का जो ड्रेस है वह ड्रेस पहन कर आना होगा और एग्रीमेंट पहले छात्रों से ले लिया जाता है| पिछले पांच 7 सालों से मजहबी जज्बात मैं कट्टरपंथी देखने को मिल रही है जबकि भारत सेकुलर मुल्क है
यहां हर तरह के लोग बसते हैं यहां अलग-अलग धर्म के लोग रहते हैं यहां की रहन-सहन खानपान परब त्यौहार हर समुदाय के लोग अपने अपने तरीके पर मनाते हैं और किसी को किसी के धर्म पर उंगली उठाने की कोई अधिकार नहीं है उसके बावजूद कुछ कट्टरपंथी ख्याल के लोग कट्टरता दिखा रहे हैं और हुकूमत की तरफ से कोई ठोस कार्रवाई भी नहीं की जा रही है,
आदमी जब शिक्षा प्राप्त कर लेता है तो उसके अंदर सम्मान आदर करने का क्षमता और काबिलियत पैदा हो जाती है, दूसरे धर्म के लोगों का सम्मान करता है, लेकिन यह बात समझ से बाहर है कि कुछ पढ़े लिखे लोग भी ऐसी ऐसी हरकत कर रहे हैं के अनपढ़ गवार जाहिल भी ऐसी हरकत नहीं करते|
ऐसे में यह कहना गलत नहीं होगा की आजकल के कॉलेज यूनिवर्सिटी के शिक्षक पढ़े लिखे नहीं होते तो क्या ही अच्छा होता,एक सच्ची हकीकत:कीमती चीज को दुनिया वाले छुपा कर पर्दे में रखते हैं,
जैसे ज्वैलर (सोनार सोोना चांदी)ज्वेलरी छुपा कर रखते हैं रूपए पैसे छुपा कर रखा जाता है, और हर कीमती ज भी छुपा कर रखी जाती है क्योंकि छुपा कर ना रखी जाए तो लोग उसको लूट लेेंगे, उसी तरह से औरत एक ऐसी चीज है अगर उसको ढका ना जाए पर्दा ना करें तो लोगों की निगाहें उसकी तरफ उठेगी,
लोग उससे अपनी ख्वाहिश पूरी करने की भरपूर कोशिश करेेंंगे, भलाई इसी में है कि लेडीस को पर्दे में रखा जाए क्योंकि पर्दा औरत का तहफ्फुज है|