जी हां दोस्तों आपने सही पढा, तुर्की के राष्ट्रपति ने तुर्की का नाम बदल दिया है, इतिहास के पिछले 5 सालों में सबसे ज्यादा मुल्कों और शहरों का नाम बदला गया है हमारे योगी जी ने नाम बदलने में हद ही पार कर दिये हैं|आप करोड़ों रुपए इसमें वेस्ट कर चुके हैं|
मुगलसराय को दीनदयाल उपाध्याय कर दिया, वही इलाहाबाद शहर का नाम बदल कर प्रयागराज कर दिया, लेकिन यूपी के अंदर एक भोसरी नाम की जगह है इसका नाम बदलना बहुत ही ज्यादा जरूरी था, लेकिन योगी जी ने उसका नाम अभी तक नहीं बदला है,
और उम्मीद है बहुत जल्दी बदल देंगे|वहीं पटना का पुराना नाम पाटलिपुत्र था उसको बदलकर पटना कर दिया गया, और इतिहास के पन्ने में और कई जगहों के नाम बदले गए हैं जैसे मुंबई बम्बई और बाम्बे के नाम से जाना जाता था|
लेकिन यहां एक खबर यह आ रही है कि तुर्की के राष्ट्रपति रजब तय्यब उर्दूगान ने अपने देश का ही नाम बदल दिया है, जब के तुर्की देश की पहचान पूरे वर्ल्ड में है, और कई मुल्कों से तुर्की का समझौता भी है, और तुर्की में बहुमत आबादी मुसलमानों की है,
वही तुर्की के राष्ट्रपति ने अभी बयान दिया है कि अब तुर्की का नाम बदल कर तुर्कीये कर दिया गया है, तुर्की अब अंतरराष्ट्रीय मैं तुर्कीये के नाम से पहचाना जाएगा, राष्ट्रपति का कहना है कि तुर्कीये शब्द तुर्की राष्ट्र की संस्कृति और मुल्यो को बेहतरीन दर्शाता है,
इसीलिए अब तुर्की को तुर्कीये कर दिया गया है, और अब अंतरराष्ट्रीय व्यापार और लेन-देन में तुर्की के बजाय तुर्कीये इस्तेमाल किया जाएगा| दोस्तों आप हमें कमेंट बॉक्स में कमेंट करके बताएं कि तुर्की के राष्ट्रपति ने तुर्की का नाम बदल कर सही किया क्या गलत किया है|
क्योंकि अब मुल्कों और उन शहरों का नाम तेजी से बदलता जा रहा है इससे हमारे बुजुर्गों की धीरे धीरे पहचान खत्म हो जाएगी क्योंकि हर जगह का नाम किसी ना किसी कारण से पड़ा है जब नाम बदल दिया जाएगा तो लोग इतिहास भी भुला देंगे आप कमेंट करके जरूर बताएं|